डॉ नीलम महेंद्र एडिटोरियल राइटर

जनता तो भगवान बनाती है साहब लेकिन शैतान आप

क्या यह हमारी न्याय व्यवस्था का मजाक नहीं है कि देश के प्रधानमंत्री को पत्र लिखे जाने के पन्द्रह साल बाद तक एक आदमी…