कांग्रेस के राहुल देश के लिए राहु बन गए है?

देश में रहकर बोलती तो निकलती नही है चले जाते है विदेशों में मनोरंजन करनें। हा वही माननीय राहुल गांधी जी की बात कर रहा हू। इन्हे समझ भी है की ये कहा जाकर क्या बोल रहे है इससे विदेशियों के सामने भारत की क्या छवि बनेगी? कोई परवाह नही हैं इनको सिर्फ अपने दो कौड़ी की राजनीति से मतलब है और कुछ नहीं। अब अमेरिका में उन्होने ने अपने दिल कि बात रखी की “भारत में मुसलमानो का वही हाल है जो 80 के दशक में दलितों का था” अरे भैया आप ही का परिवार सत्ता में था काहे नही न्याय कर दिया।

देखा जाय तो राहुल गाँधी का कहना है कि जो भाजपा सरकार में मुसलामानों के साथ हो रहा है जब उनके परिवार की सरकार थी तब वो यही काम दलितों के साथ करते थे। इतना ही नही इन्होंने ये तक कह डाला मुस्लिम लीग पूरी तरह से सेक्‍युलर पार्टी है, नॉन-सेक्‍युलर नही। वाह राहुल जी वाह जो देश का दो फाड़ करा दे वो सेकुलर नही होगा तो कौन होगा। इनके सामने ही खालिस्तानी समर्थक नारे लगा रहे थे। इनको सिख लोग भी बड़े परेशान दिख रहे है भारत में पता नही कैसे? जबकि इनकी दादी की हत्या के बाद सिखों का नरसंहार हुआ था इनके पिता जी ने कहा था “जब बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है..”

सबसे बड़ी बात क्या की इनकी पार्टी सत्ता में थी सत्ता की ताकत इनका परिवार बखूबी दिखा रहा था। ऑपरेशन ब्लू स्टार तो याद ही होगा लोगो को ये वो सब घटनाएं जिन्हे कोई चाहकर भी कोई नही भुला सकता है। फिर भी देखने समझने वाली बात ये है की खालिस्तानी एजेंडा आज भी विदेशो में सक्रिय है ये और इनके पार्टी के तथाकथित प्रबंधक इन लोगो के आस पास ही दिखते है। इनकी पार्टी उसी के साथ गठबंधन कर लेती है जो राजीव गांधी के हत्या के जिम्मेदार थे।

भारत के केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने विवेक रघुवंशी, एक स्वतंत्र पत्रकार और पूर्व नौसेना कमांडर को जासूसी मामले में देश के सरकारी गोपनीयता अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया। रघुवंशी पर रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (DRDO) और सेना के बारे में संवेदनशील जानकारी के अवैध संग्रह और उन्हें अन्य देशों की खुफिया एजेंसियों के साथ साझा करने का आरोप लगाया गया है। राहुल गांधी से जब इसपर सवाल पूछा गया तो उन्होंने इसपर भी रोना शुरू कर दिया।

पता नही राहुल गांधी को इसके बारे में पता था भी की नही लेकिन उन्होंने यह तो जरूर ही कह दिया देख लीजिए भारत में यही तो मीडिया की आजादी है। हद है आजादी से याद आया कि बीबीसी के समर्थन में लोगो हल्ला हु मचाना शुरू कर दिया था कुछ दिन पहले ही बीबीसी ने स्वीकार किया है भारत में 40 करोड़ की आयकर चोरी, सीबीडीटी को पत्र भेजकर कहा- कम चुकाया था टैक्स। जब छापा पड़ा था तो टुकड़े टुकड़े गैंग के सक्रिय हो गए थे की मोदी का डॉक्यूमेंट्री दिखा दिया बीबीसी ने इसीलिए छापा पड़ रहा है। देश में कहने बोलने की आजादी नही है, देश खतरे में आ गया था एक विदेशी मीडिया कंपनी के ऊपर उचित कार्यवाही होने से। अरे मोदी विरोध में इतना नीचे स्तर इतना ना गिरा दीजिए की फिर से देश के टुकड़े हो जाए और जनता विदेशियों का जूता साफ करने पर मजबूर हो जाए।

Shivam Kumar Pandey: Ex-BHUian • Graduate in Economics• Blogger • IR& Defence ,Political and Economic Columnist..
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