राजस्थान में कांग्रेस का दोगलापन, रीट परीक्षा में हिजाब को छूट पर मंगलसूत्र और चुन्नी पर प्रतिबंध

हालांकि अखलाख खान का मामला हो या कन्हैयालाल दर्जी का मामला, कावड़ियों की यात्रा हो या ईद उल फितर का जलसा, नवरात्रि महोत्सव हो या ईद का महोत्सव, राजस्थान कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार ने हमेशा धर्म विरोधी कट्टरता फैलाने का भरपूर प्रयास किया है। धर्म के नाम पर जब जब मौका मिला तब तब राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने खुलकर हिंदू मुस्लिम किया है। तुष्टिकरण की राजनीति करना भला कोई अशोक गहलोत से सीखे, अपना वोटबैंक साधने के लिए भले ही पुजारी की हत्या हो या किसी साधु संत द्वारा आत्मदाह, कांग्रेस ने हमेशा से ही हिंदुत्व को चोटिल करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

अब दो दिन से राजस्थान में रीट परीक्षा चल रही है जिसमे कांग्रेस सरकार ने एक बार फिर धर्म के नाम का तुष्टिकरण करते हुए मुस्लिम बच्चियों को हिजाब पहनकर परीक्षा देने में छूट दी है। किसी प्रकार की जांच से दूर रखा है मुस्लिम परीक्षार्थियों को किसी प्रकार की दिक्कत ना हो ऐसी हिदायत अशोक गहलोत सरकार द्वारा दी गई पर इसके विपरित हिंदुत्व को चोट करने के लिए हिंदू बच्चियों के सुहाग की निशानी मंगलसूत्र हो या सम्मान की निशानी स्वरूप गले में दुप्पटा या चुन्नी हो, सबको हटाया गया और तो और पांव और हाथ को ढकने के लिए सूट की बांह तक को केंची से काटा गया। पुलिस वालों के हाथ में डंडा कम और केंची ज्यादा देखने को मिली, जिसका सबसे ज्यादा दुरुपयोग हिंदू बच्चियों पर किया गया।

परीक्षा से पहले की सरकार द्वारा रैगिंग
आप कल्पना करे कि जब कोई परीक्षार्थी परीक्षा देने जाता है तो उसकी मानसिक स्थिति क्या रही होगी, पर परीक्षा के ठीक पहले इस तरह का मानसिक और शारीरिक शोषण किस हद तक लाजमी है। देश में NEET की परीक्षा के दौरान बच्चों के इनरवियर उतरवाने का बवाल अभी थमा भी नहीं था। इस बीच राजस्थान में REET Exam के दौरान लड़कियों के दुपट्टे, तो लड़कों के शर्ट उतरवाने की खबर है।

धौलपुर में उतरवाए मंगलसूत्र, कुण्डलों पर चली कैंची

धौलपुर में रीट परीक्षा के 22 केंद्र बनाए गए हैं। सभी केन्द्रो पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. अभ्यर्थियों को परीक्षा शुरू होने से दो घंटे पहले प्रवेश दिया गया. जो लड़के परीक्षा देने पूरी बाजू की शर्ट पहनकर पहुंचे थे उनकी शर्ट उतरवा ली गई. वहीं महिलाओं के मंगलसूत्र, कानों के कुण्डल उतरवा लिए गए। जिन महिलाओं के कुण्डल नहीं उतरे उन्हें कैंची से काट कर उतारा गया। वहीं अन्य महिलाओं को भी दुपट्टे, बैंडेज, क्लिप खुलवा कर प्रवेश दिया गया। इस बार रीट की परीक्षा में 22 हजार 507 अभ्यर्थी बैठ रहे हैं।

भीलवाड़ा में फूट-फूट कर रोती नजर आई लड़कियां

राजस्थान के भीलवाड़ा में भी रीट की परीक्षा शुरू हुई. यहां युवतियां फूट-फूटकर रोती नजर आई. पूरी बाजू की कुर्तिंया पहने युवतियों के कुर्ते की आस्तीन कैंची चला दी गई। वहीं पहने हुए मन्नत के धागे भी काट दिए गए। वहीं देरी से आने वाली छात्राओं को परीक्षा केन्द्र पर एंट्री नहीं दी गई। काफी मिन्नतें करने के बाद भी जब उन्हें एंट्री नहीं मिली तो वो फूट-फूट कर रोने लगीं। भीलवाड़ा में 23 परीक्षा केंद्रों पर 8,410 अभ्यर्थी परीक्षा देने बैठे। भीलवाड़ा में परीक्षा केन्द्र के इंचार्ज डॉ. श्याम लाल खटीक ने बताया कि अभ्यर्थियों की 3 चरण में जांच की गई। हमने प्रशासन के निर्देशों का पालन किया। यह परीक्षा दोबारा हो रही है इसलिए सभी ज्यादा संवेदनशील है। केन्द्र अधीक्षकों को भी केवल कीपैड वाला मोबाइल फोन रखने की अनुमति दी गई। बाकी किसी को भी मोबाइल फोन नहीं दिया गया।

अब एक बार फिर राजस्थान सरकार सुर्खियों में है, कहीं ना कहीं धर्म की राजनीति में अशोक गहलोत सरकार एक बार फिर अपनी वोटबैंक को साधते नजर आ रहे है ये अशोक गहलोत सरकार की पुरानी आदत है। जिसमे उन्हें पता है कि हिंदू इस बात को भूल जायेंगे और मुस्लिम इस बात का ख्याल रखेंगे कि राजस्थान सरकार ने उनके लिए क्या किया है।

Sampat Saraswat: Author #JindagiBookLaunch | Panelist @PrasarBharati | Speaker | Columnist @Kreatelymedia @dainikbhaskar | Mythologist | Illustrator | Mountaineer
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