विपक्ष के लिए सरदर्द बनी भाजपा की सशक्त सोशल मीडिया पर लोकप्रियता

कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए चुनाव आयोग ने चुनावी रैलियों सभाओं साइकिल और बाइक रैली व पद यात्राओं पर रोक लगा दी है। ऐसे में डिजिटल और वर्चुअल प्रचार प्रसार पार्टियों के लिए सबसे अहम तरीका बन गया है। तारीखों की घोषणा होते ही सभी पार्टियों के कार्यकर्ता अपनी पार्टी की नीति और स्थानीय भावी प्रत्याशियों का बखान करने में जुट गए हैं। इंटरनेट मीडिया के विविध प्लेटफार्म पर सभी पार्टी के कार्यकर्ता के साथ साथ युवा भी चुनाव को लेकर काफी सक्रिय हैं।

आइए जानते है कुछ प्रमुख राजनीतिक पार्टियों की आधिकारिक सोशल मीडिया पर लोकप्रियता

कांग्रेस

1.कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर 8.4M फॉलोवर्स है ट्विटर जो कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सबसे ज्यादा प्रभाबशाली है।
फेसबुक पर कांग्रेस के आधिकारिक पेज पर 5.7M फॉलोवर्स है। इंस्टाग्राम पर 1M फॉलोवर्स है कांग्रेस के आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर।

समाजवादी पार्टी

  1. सपा के ट्विटर हैंडल पर 2.8M फॉलोवर्स है और फेसबुक पेज पर भी 2.8M ही फॉलोवर्स है इंस्टाग्राम के आधिकारिक हैन्डल पर 75.9K फॉलोवर्स है

बहुजन समाज पार्टी

  1. बहुजन समाज पार्टी के ट्विटर हैन्डल पर 24. 8k ही फॉलोवर्स है फ़ेसबुक पर 91287 फॉलोवर्स है
    इंस्टाग्राम पर बहुजन समाज पार्टी के 73.1K फॉलोवर्स है।

आम आदमी पार्टी

  1. आम आदमी पार्टी के आधिकारिक हैन्डल पर 228K फॉलोवर्स है मैन हैंडल।
    फेसबुक पर 4.3M लोग आम आदमी पार्टी के आधिकारिक फ़ेसबुक पेज से जुड़े है
    इंस्टाग्राम पर 613K फॉलोवर्स है

भाजपा

  1. भाजपा के आधिकारिक ट्विटर हैन्डल पर 17.3M फॉलोवर्स
    फेसबुक पर 15M लोग भाजपा के आधिकारिक पेज को पसंद करते है
    इंस्टाग्राम पर 4.2M फॉलोवर्स भाजपा के इंस्टाग्राम अकाउंट पर जुड़े है।

कांग्रेस, सपा, बसपा व आम आदमी पार्टी दूर दूर तक भाजपा से सोशल मीडिया के ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे प्रभावशाली प्लेटफॉर्म से कोई मुकाबला नही कर सकते। यही वजह है कि चुनाव आयोग के घोषणा के बाद ही अखिलेश यादव ने हार मान ली कि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भाजपा सबसे आगे है।

भाजपा 2014 के लोकसभा चुनाव से ही डिजिटल इंडिया पर जोर देती आई है भाजपा के कार्यकर्ता से लेकर पार्टी के बड़े बड़े पदाधिकारी सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते हैं जिससे वो कार्यकर्ताओं में उत्साह बढ़ाने व ज्यादा से ज्यादा लोगो से जुड़ने के लिए सोशल मीडिया का प्रयोग करते हैं।

कोरोना के समय भी भाजपा ने सोशल मीडिया का सकारात्मक प्रयोग कर जन सेवा कर ज्यादा से ज्यादा लोगो तक पहुचने का प्रयास किया। जिसमें भाजपा के बड़े नेता व कार्यकर्ताओं ने इस आपदा में सोशल मीडिया के जरिए भी सहायता करने में अहम भूमिका निभाई। जबकि अन्य दल सोशल मीडिया को उतना महत्व नहीं देते थे।

तो हम कह सकते है अन्य दलों के मुकाबले सोशल मीडिया पर भाजपा बहोत मजबूत है और वो इससे पहले भी सोशल मीडिया का प्रयोग करते आए है चुनावों में।

2014 के लोकसभा चुनाव से ही भाजपा की सोशल मीडिया की ताकत का अंदाजा लग गया था ,जिससे वो लगातार सोशल मीडिया पर चुनाव दर चुनाव खुद को मजबूत करते नजर आए। चुनाव आयोग के घोषणा के बाद से ही विपक्षी दल में उठा पटक तेज हो गयी है और अखिलेश यादव के बयान से भी ये साफ है कि भाजपा ने डिजिटल इंडिया का रूप रंग ही बदल दिया है और विपक्षी दलों के लिए सरदर्द बन गयी है सोशल मीडिया पर भाजपा की लोकप्रियता।

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