बदलते उत्तरप्रदेश की नई पहचान

2017 में बदला मुख्यमंत्री बदली उत्तरप्रदेश की पहचान 2017 से पहले का उत्तर प्रदेश और बाद का अंतर आप देख सकते हैं। कानून व्यवस्था, शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य, महिलाओं की भागीदारी, हर क्षेत्रों में कार्य करके उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बदली उत्तर प्रदेश की पहचान।

माफियाओं पर चला सरकार का बुलडोजर

2017 से पहले उत्तरप्रदेश में अपराध बोलता था आज के बदलते उत्तरप्रदेश में विकास बोल रहा है उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बनते ही माफिया राज पर चला सरकार का बुलडोजर, योगी राज में गिरा अपराध का ग्राफ, अखिलेश यादव के सरकार में हुई सबसे ज्यादा हत्याए।

स्वास्थ्य के क्षेत्र में पहले से सेहतमंद हुआ उत्तर प्रदेश
स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी उत्तरप्रदेश ने लगाई लंबी छलांग, एनएफएचएस ने जारी की रैंकिंग
उत्तरप्रदेश स्वास्थ्य के क्षेत्र में बीते पांच वर्षाें में सेहतमंद हुआ है। इसकी गवाही खुद राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस) 2020-21 के आंकड़े दे रहे हैं। दस्त पर प्रभावी नियंत्रण के साथ-साथ संस्थागत प्रसव को बढ़ावा मिला है। परिवार नियोजन के साधनों के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ी है। कोरोना महामारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं में की गई बढ़ोतरी के कारण भी अच्छे नतीजे सामने आ रहे हैं।

शिक्षा के क्षेत्र में किया कीर्तिमान स्थापित
उत्तर प्रदेश ने शिक्षा के क्षेत्र में भी कीर्तिमान गढ़ा है. यूपी देश में उच्च शिक्षा में नम्बर वन राज्य बन गया है. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय की दिसम्बर 2020 की रिपोर्ट ने यूपी में शिक्षा की बुलंद तस्वीर को सामने रखा है. देश भर में केंद्र सरकार द्वारा कराए गए सर्वे में उच्च शिक्षा के संस्थानों के मामले में यूपी नंबर वन है. सर्वे के मुताबिक, देश में उच्च शिक्षा के सबसे ज्यादा 7,078 कॉलेज उत्तर प्रदेश में हैं. केंद्र सरकार के अनुसार, देश में उच्च शिक्षा के कालेजों का 18.54 फीसदी हिस्सा अकेले उत्तरप्रदेश का है. उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों की संख्या के मामले में भी यह आगे है. सर्वे के मुताबिक राज्य के कालेजों में देश के 47.92 लाख छात्र पंजीकृत हैं उत्तरप्रदेश बना देश में उच्च शिक्षा का सबसे बड़ा हब

कोरोनाकाल मे भी नही रुकी रोजगार की रफ्तार

कोरोनाकाल में भी नहीं रुकी उत्तरप्रदेश में रोजगार की रफ्तार,

सीएमआईई (CMIE) के जून 2021 आंकडों के अनुसार उत्तरप्रदेश में बेरोजगारी दर 6.9 फीसदी दर्ज की गई है. जो मार्च 2017 के मुकाबले लगभग तीन गुना कम है. रिपोर्ट के मुताबिक रोजगार उपलब्ध कराने के मामले में दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, केरल तमिलनाडु, जैसे देश के तमाम राज्यों के मुकाबले उत्तरप्रदेश काफी आगे है. कोरोना से जंग के साथ बेरोजगारी के साथ उत्तरप्रदेश की लड़ाई चलती रही. आंकड़ो के मुताबिक, उत्तरप्रदेश सरकार ने पिछले 4 साल में युवाओं को 4 लाख से अधिक सरकारी नौकरियां देने का रिकार्ड बनाया है.

बदली सरकार बदली महिलाओं की स्थिति

बदली सरकार बदली महिलाओं की स्थिति

लव जेहाद के खिलाफ कानून बनाया. पहचान छिपा कर महिलाओं के साथ छल कर के शादी करने वालों के खिलाफ उत्तरप्रदेश सरकार ने कड़ा कानून बनाया. आज कई राज्य इसका अनुसरण कर रहे हैं.

महिलाओं से छेड़खानी, यौन अपराध करने वालों के चौराहों पर पोस्‍टर लगाने का फैसला महिलाओं के साथ दुर्व्‍यवहार करने वालों को सबक सिखाने के लिए उत्तरप्रदेश सरकार ने ऐसे लोगों के पोस्‍टर चौराहों पर लगाने का फैसला लिया.

महिलाओं के स्वावलंबन के लिए। मिशन शक्ति महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के साथ मिशन शक्ति के जरिए वह उनको स्वावलंबी भी बना रहे हैं. इसके लिए प्रदेश भर में थाने,तहसीलों और ब्‍लाकों में महिला हेल्‍प डेस्‍क समेत महिलाओं की सुविधा के लिए कई योजनाएं शुरू की.

बैंक सखी योजना के तहत करीब 80 हजार ग्रामीण महिलाओं को रोजगार से जोड़ने की अनूठी शुरुआत उतरप्रदेश सरकार ने की है
बदलते उत्तरप्रदेश की नई पहचान मजबूत कानून व्यवस्था उच्च शिक्षा रोजगार एंव अच्छी स्वास्थ्य व्यवस्था व महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के साथ मिशन शक्ति के जरिए महिलाएं स्वावलंबी भी बन रही है इस के लिए भी जाना जाता है उत्तरप्रदेश हर छेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित कर रहा है

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