चार माह से ताले में बंद है, एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस

हिंडौनसिटी (करौली)। विधायक कोष से जिला चिकित्सालय को उपलब्ध कराई एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस का रोगियों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। गंभीर रोगियों को उपचार के लिए सुरक्षित उच्चीकृत चिकित्सालय तक पहुंचाने की मंशा से दी गई आधुनिक उपकरणों से लैस एम्बुलेंस चार माह बाद भी गैराज से बाहर नहीं निकली है। पूजन-उद्घाटन के बाद से एम्बुलेंस अस्पताल के गैराज में बंद है। बात ये है कि अभी तक एम्बुलेंस के संचालन और शुल्क व्यवस्था तय नहीं हो सकी है।

कोरोना की दूसरी लहर के दौरान अस्पतालों को विधायक कोष के माध्यम से एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस मुहैया कराई गई ताकि गंभीरावस्था में रैफर रोगियों को आईसीयू की जैसी जीवन रक्षक सुविधाओं के साथ उपचार के लिए बड़े चिकित्सालय में पहुंचाया जा सके। इसके लिए स्थानीय विधायक भरोसी लाल जाटव ने हिण्डौन के जिला चिकित्सालय को करीब 25 लाख रुपए की कीमत की आधुनिक चिकित्सा उपकरणों से लैस एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस प्रदान की थी।

विधायक के स्वयं के जन्म दिवस 2 अगस्त को चिकित्सालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में विधि-विधान से पूजन व फीता काट कर एम्बुलेंस का उद्घाटन किया था। लोगों को सप्ताह भर में रोगियों को एम्बुलेंस की सेवाएं मिलने की आस लगी थी। लेकिन कुछ दिन चिकित्साकर्मी आवासों के पास खड़ा रखने के एम्बुलेंस को गैराज में बंद दिया।

निजी एम्बुलेसों से रैफर होते रोगी –

चिकित्सालय से हर रोज करीब आधा दर्जन रोगी उपचार के लिए उच्चीकृत संस्थानों के लिए रैफर होते हैं। जिन्हें परिजन अपने स्तर पर निजी एम्बुलेसों के जरिए लेकर जाते हैं। एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस के संचालित नहीं होने से हृदयघात, मस्तिष्काघात सहित अन्य तात्कानिक गंभीर रोगोंं से पीडित भी महज ऑक्सीजन की सुविधा वाली साधारण एम्बुलेंस से ही उच्चीकृत संस्थानों को रैफर होकर जाते हैं। रास्ते में रोगी को जीवन रक्षक उपकरणों व चिकित्साकर्मी की सुविधा नहीं मिल पाती है। ऐसे में कई बार रोगियों की जान पर बन आती है तो कईयों की रास्ते में ही सांसे थम जाती है।

कोरोना काल में उदयपुर से बुलवाई थी एम्बुलेंस-

कोरोना की दूसरी लहर के दौरान रोगियों को एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस की जरुरत पड़ी थी। अप्रेल माह में चिकित्सालय में भर्ती कोरोना संक्रमित रोगियों को अहमदाबाद ले जाने के लिए उदयपुर के एक स्वयंसेवी संस्थान द्वारा संचालित एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस को निजी तौर पर बुलवाया गया था। जिससे रोगी को परिजनों के उपकरणों की निगरानी में अहमदाबाद के अस्पताल भेजा गया। हालांकि रोगी को परिजनों के आग्रह पर रैफर किया गया था।

गाइड लाइन का इंतजार

एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस का ऑपरेशन सिस्टम (संचालन प्रक्रिया) तय नहीं हो पाया है। उच्च स्तर से भी कोई गाइड नहीं मिली है। सरकार से गाइड लाइन मिलते ही एम्बुलेंस का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। हालांकि चार माह में किसी रोगी को आईसीयू एम्बुलेंस से रैफर करने की मांग नहीं आई है।

डॉ. नमोनारायण मीणा, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी
जिला चिकित्सालय, हिण्डौनसिटी.

Jitendra Meena: Independent Journalist | Freelancers .
Disqus Comments Loading...