सोमनाथ मे बनेगा पार्वती मन्दिर, प्रधान-मंत्री मोदी ने किया शिलान्यास

आज देश के प्रधान-मंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने गुजरात को एक नई सौगात दी है कल नरेन्द्र मोदी जी ने इसकी ट्वीट करके जानकारी दी थी कल सोमनाथ मे पार्वती मन्दिर की सौगात देंगे।

सोमनाथ मंदिर ट्रस्‍ट के ट्रस्‍टी पी के लहरी ने बताया कि सोमनाथ मंदिर के ठीक सामने पार्वती माता के मंदिर का निर्माण होगा। सफेद पत्‍थरों से बनने वाले इस मंदिर की ऊंचाई 71 फीट की होगी। प्रधानमंत्री मोदी जी ने आज शुक्रवार सुबह दिल्‍ली से इसका वर्चुअल शिलान्‍यास किया।

पार्वती मन्दिर की रहेंगी ये विशेषताएँ –

पार्वती मंदिर का गर्भगृह 380 स्क्वायर मीटर का होगा, मंदिर का नृत्य मंडप 1250 स्क्वायर मीटर का होगा इस मंदिर को सोमपुरा सलात शैली में बनाया जाएगा। मंदिर 66 स्‍तंभों पर बनेगा तथा इसका क्षेत्रफल 18891 फीट होगा जिसमें गर्भगृह सभा मंडप, माताजी की सभा जैसे खंड होंगे। सोमनाथ मंदिर की तरह ही इस मंदिर के दक्षिण भाग से समुद्र का दर्शन होगा। ट्रस्‍टी जे डी परमार ने बताया कि भगवान शिव के मंदिर के पास शिव पंचायत की परंपरा है इसी को ध्‍यान में रखते हुए यहां पर पार्वती मंदिर के निर्माण का संकल्‍प लिया गया था। शिव पंचायत में भगवान गणपति, गंगाजी, हनुमान जी की प्रतिमाएं भी होती हैं।

पीएम मोदी ने मंदिर के शिलान्यास के साथ ही सोमनाथ मंदिर परिसर में बनाए गए सैरगाह का भी लोकार्पण किया। सोमनाथ मंदिर के ठीक पास में स्थित देवी अहिल्याबाई मंदिर का भी जीर्णोद्धार किया गया है। इस मंदिर के पुनर्विकास में 3.5 करोड़ रु खर्च किया गया है। इस मंदिर को इंदौर की रानी अहिल्याबाई द्वारा बनवाया गया था बाद में ये खंडहर में तब्दील हो गया था। तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के साथ-साथ इसकी क्षमता बढ़ाने के लिए संपूर्ण पुराने मंदिर परिसर का पुनर्विकास किया गया है।

मंदिर परिसर में ही देवी पार्वती के मंदिर का भूमि पूजन हुआ, कार्यक्रम सोमनाथ के राम मंदिर ऑडिटोरियम में हुआ। इस दौरान मुख्यमंत्री विजय रूपाणी मौजूद रहे। इसके अलावा पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी वर्चुअली शामिल होंगे।

अरब सागर के किनारे सोमनाथ मंदिर के ठीक पीछे समद्र और सोमनाथ मंदिर के बीच में 45 करोड़ रु की लागत से सवा किमी लंबा वॉक वे बनाया गया है। यहां आने वाले श्रद्धालु और पर्यटकों के लिए ये वॉक वे समुद्र की लहरों के साथ साथ सोमनाथ मंदिर को देखने की अनोखी जगह होगी। मंदिर में शंखनाद और समुद्र गूंज भी यहां सुनाई देगी।

Jitendra Meena: Independent Journalist | Freelancers .
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