राम

||राम||

करने जन जन का कल्याण,
करने संतों का उद्धार,
करने दुष्टों का संहार,
भारत भू पर जन्मे राम।
आकाश सनातन के रवि राम।
सत्य, प्रेम के छवि राम।
भारत के परिचायक राम।
भारत भू के नायक राम।।

इस धरा को अब तक है स्मृति
प्राचीन अयोध्या हैं साक्षी।
है ज्ञात राम का प्रचंड पराक्रम
है ज्ञात उन्हें यश ओज कीर्ति

भारत भू थी चिर अभिलाषी।।
हो शीघ्रातिशीघ्र मंदिर निर्माण।
हुई रक्त रंजित सरयू जी
सहस्त्रों वीरों ने तजे प्राण।
है स्मरण श्रीअयोध्या को अब तक
कारसेवकों का अतुल्य बलिदान।

है स्मरण श्रीअयोध्या को ध्वनि
जय श्रीराम के नारों की,
है स्मृति हमें भी अभी तक मुखमंडल,
कारसेवक हत्यारों की।

है आज विश्व भी सनन्दित
है जन जन में आह्लाद भरा।
थे परतंत्रता के अवशेष जहाँ
अब होगा वहाँ निर्माण बड़ा।

थी चिर प्रतीक्षा जिस बेला की
आज समय वो आया है।
है हुआ प्रचंड प्रारम्भ इस सदी का,
सम्पूर्ण विश्व पे भगवा की छाया है।

~~ विकास प्रजापति।

Disqus Comments Loading...