पीरटांड़ प्रखंड के तुइयो गांव के सरकारी तालाब में फेंका गया गाय का खाल, प्रत्यक्षदर्शी ने कहा मुस्लिम समुदाय के लोगों ने दिया घटना को अंजाम

लॉक डाउन के दौरान सोमवार की शाम पीरटांड़ प्रखंड के खुखरा थाना अंतर्गत तुइयो गांव के एक सरकारी तालाब में गाय का चमड़ा फेंके जाने का मामला प्रकाश में आया। घटना के बाद तुरंत ही आसपास के लोग जुटे और मामले की सूचना पुलिस को दी। मंगलवार को पीरटांड़ के अंचल निरीक्षक रामनरेश सिंह, खुखरा थाना के एएसआई नितिन झा सदल बल घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच कर गाय के खाल को जेसीबी के माध्यम से जमीन के अंदर गड़वा दिया।

इस बाबत वहां के ग्रामीण बबलू उर्फ़ बासुदेव कुमार यादव ने बताया कि सोमवार की देर शाम वह शौच के लिए तालाब के पास गया था। शौच कर हाथ मुंह धोकर वह वापस घर लौट ही रहा था। तभी उसने लाल गाड़ी से किसी को तालाब के पास आते देखा पर उसने ज्यादा ध्यान नहीं दिया। लेकिन फिर उसे छापक की आवाज सुनाई दी ऐसा लगा जैसे किसी ने कुछ भारी चीज पानी में फेका हो। आवाज़ सुनकर बासुदेव को लगा शायद कोई तालाब में गिर गया। उसने आवाज लगाई और पूछा कि क्या हुआ। लेकिन किसी ने कोई उत्तर नहीं दिया बल्कि गाड़ी से आए लोगों ने भागो भागो कहते हुए भागना शुरू किया। यह सुनते हुए बासुदेव को शक हुआ और वह फौरन तालाब के पास पहुंचा। वहां पहुंचते ही बासुदेव अचंभित रह गया क्योंकि वहां उसे गाय का चमड़ा/खाल पड़ा हुआ दिखा।

ग्रामीण बासुदेव यादव

बासुदेव का कहना है कि मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ही गाय को काटकर उसका खाल बोरेे में भरकर तालाब में फेंका है। बताया कि इसी तालाब में गांव के लोग लोक आस्था का महापर्व यानी छठ पूजा करते हैं।इसी तालाब में लोग हाथ मुंह भी धोते हैं। इसलिए उन लोगों को ऐसा नहीं करना चाहिए था। हो हल्ला मचने पर तुरंत ही आसपास के लोग घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की संवेदनशीलता समझते हुए प्रशासन को इस बात की सूचना दी। मंगलवार को पीरटांड़ के अंचल निरीक्षक रामनरेश सिंह, खुखरा थाना के एएसआई नितिन झा आदि सदल बल संबंधित तालाब के पास पहुंचे और जांच पड़ताल शुरू की।

मामले की संवेदनशीलता को समझते हुए तुरंत ही इलाके में पुलिस जवानों ने मोर्चा संभाल लिया। जिसके बाद जेसीबी के माध्यम से गाय के खाल को जमीन के अंदर गड़वा दिया। बासुदेव यादव ने कहा कि जब उसने चमड़े के फॉरेंसिक जांच के बाद कहीं तो पुलिस पदाधिकारियों ने कहा कि देखने से ही यह स्पष्ट हो जा रहा है कि यह गाय का मांस है इसलिए फॉरेंसिक जांच की जरूरत नहीं है। इस पर गांव वालों ने भी हामी भरी जिसके बाद खाल को जमीन में गाड़ दिया गया। फिलहाल पुलिस मामले की गहन पड़ताल कर रही है। भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीण बासुदेव यादव ने गांव के ही एक व्यक्ति के खिलाफ खुखरा थाना में मामला दर्ज करवाते हुए दोषी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। साथ ही अपनी जान को खतरे में बताते हुए पुलिस से सुरक्षा प्रदान करने की गुहार लगाई है।

Rahul4india: Nation First. Journalist , NCC Cadet(Army wing)
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