इंटरनेट: अपराध का उत्प्रेरक

Story- साउथ दिल्ली में कुछ 16-17 साल के कुछ स्कूली छात्रों ने इंस्टाग्राम पर group बनाया जिसमे लड़कियों की नग्न फ़ोटो share के साथ रेप -गैंग रेप की planning करते हैं।

आप च च की आवाज के साथ इसकी निंदा करते हैं पुरुषवादी सोच स्त्री द्वेष मानसिकता की बात करते हैं सजा की मांग करते हैं समाज के चरित्रपतन की बात करते हैं लेकिन कुछ समय बाद भूल जाते हैं इस सबके बीच नहीं करते तो समस्या के मूल कारण पर बात या यों कहिये कुछ ताकत है जो हमें मानसिक गुलाम बनाकर बात करने ही नहीं देती।

बदलते इस दौर में 1 अजीब सी गति पैदा कर यह इस दौर में पुरुष को पुरुष और स्त्री को स्त्री की पहचान तक सीमित कर दिया गया अन्य कोई पहचान उसके लिए कोई मायने नहीं रखती युवा होते उम्र के जिस पड़ाव में बच्चा को रिश्ते समाज व्यवस्था सम्मान आदि मूल्यों को सीखते हुए बड़ा होना चाहिए  वहीं वो internet पर पोर्न देखते हुए तथा TV पर ऐसी ही फूहड़ता देखते हुए बड़ा हो रहा है।

internet पर porn type करने पर एक क्लिक में desi, young, amateur, gangbang जैसे tittle के साथ लिंक मिल जाएगी। जहां एक अलग तरह की काल्पनिक दुनिया बसायी गयी है। जहां एक महिला अनेक पुरुष के साथ या एक पुरूष अनेक महिला के साथ काम क्रिया करते दिखते हैं। यह दुनिया अविकसित मन में गंद भरना शुरू कर देती है। अगर आप मैच्योर हैं तो आप सामाजिक अनुभव भय प्रतिष्ठा सूझ बूझ से खुद को संतुलित रख सकते हैं लेकिन उस अविकसित मन के लिए यह अत्यंत कठिन कार्य है जहां उसमें न सूझ बूझ है न अनुभव है न प्रतिष्ठा की  चिंता है यह गंद अन्दर तक घर कर जाती है जो  उम्र बढ़ने के साथ कुछ लोग तो इसे छोड़ देते हैं लेकिन कुछ लोगो के लिए यह मुश्किल कार्य होता है। और पैदा होता ह अपराध जिसे पैदा करने का  जिसे पैदा करने का अपराधी पूरा समाज है।

हम कभी इस सामाजिक पहलू पर कभी बात ही नहीं करते अगर बात करते भी हैं तो विद्वान भाव मुद्रा में कहते हैं गंदगी तो दिमाग को होती है इन सबका क्या दोष। असल में कुछ ताकतें हैं जो हमें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से हमको गुलाम या मानसिक गुलाम बनाकर हमारे मुंह में हाथ डालकर कहलवाती है इन ताकतों की ताकत का अंदाज़ा लगाने के लिए कुछ आंकड़े देता हूं। विभिन्न source के अनुसार porn industry का annual turnover $10-90 billion है, जो नेटफ्लिक्स से कहीं ज्यादा है. adult toys का turnover $25 बिलियन, erectile drugs industry का $10 billion के लगभग है। यह आंकड़े इधर उधर हो सकते हैं, लेकिन लगभग हैं। यह आंकड़े इन ताकतों की ताकत का परिचय देने में पर्याप्त हैं।

ये ताकतें right to choice, progressive attitude, learning, education आदि का नाम देकर अपने प्रपंच को बखूबी भी चलाती हैं और आप इन ताकतों के आगे मानसिक गुलाम बनकर धीरे धीरे हाँं में हाँं मिलाना शुरू कर देते हैं अपराधी पैदा करते रहते हैं किसी बड़े अपराध के बाद हलकी सी नींद खुलती है और फिर से सो जाते हैं। इस तरह लगे रहते हैं अपराधी पैदा करने में। और छोड़ देते हैं समाज को बिकने लूटने कटने और मिटने के लिए।

Disqus Comments Loading...