डियर कॉमरेड,

 

कॉमरेड सच कहूं तो तुम्हारे विचारों से प्रभावित होकर मैं सोच रहा हूं कि चे ग्वेरा की कुछ पोस्टर और टी शर्ट्स ऑनलाइन मंगा लू | बुलेट को भी हरे रंग से रंगा कर स्टार वगैरह लगवा लेता हूं-रिवॉल्यूशन जो लाना है|

डियर कॉमरेड,

आई एम ऑल ‘राइट’, आई मीन आई एम लेफ्टI उम्मीद करता हूँ तुम भी लेफ्ट होगे और अनवरत क्रांति ला रहे होगेI कॉमरेड, पिछली बार तुमसे साम्यवाद, साम्यवादी विचारों, साम्यवादपूर्ण सरकारों और असली वाले साम्यवाद पर चर्चा हुई, जिसमें तुमने कुछ भारी-भरकम शब्दों के द्वारा साम्यवाद को परिभाषित किया और साम्यवादी विचारकों से भी मेरा परिचय कराया थाI मैं तहे दिल (जिसका रंग भी लाल हैं) से तुम्हारे भगीरथ प्रयास कि लाल-लाल प्रशंसा करता हूँ (माफ करना अगर भगीरथ कुछ ज्यादा दक्षिणपंथी लगे तो कुछ उत्तर का चुन लेना)I यकीन मानो कुछ ज्यादा पल्ले तो पड़ा नहीं लेकिन हैंगओवर सॉलिड हैI

वैसे तुम्हे जानकर खुशी होगी कि मैंने अपनी ‘राइट’ सोच को गिरवी रख दिया है और अब मैं पूरी तरह से क्रांतिकारी बन चुका हूँI कॉमरेड मैं तो व्रत भी मंगलवार का ही करता हूँ समझ रहे हो ना कॉमरेड रेड एंड ऑल, वैसे कॉमरेड मैं नास्तिक ही हूँ लेकिन बस मंगलवार को थोड़ा कम नास्तिक हो जाता हूँI

कुछ दिनों से लगातार मैं साम्यवादी विचारों का अध्ययन और मंथन कर रहा हूँI मित्र, मैंने तुम्हारी हर बात को कसौटी पर कसा और अपने अनुभव  को तुम्हारे साथ साझा करना चाहता हूँI

 कॉमरेड, तुमने मुझे बताया था कि साम्यवाद डेमोक्रेसी का चचेरा भाई हैI वैसे अंदर की बात तो यह है कि वर्तमान परिदृश्य में तथाकथित कम्युनिस्ट चाइना के संदर्भ में अनेक कीवर्ड्स डालने के बाद भी लोकतंत्र  का ‘ल’ भी खोजने पर ना मिल पाया, लेकिन पार्टी के अंदर डेमोक्रेसी है, अगर सच कहूं तो ‘एक पार्टी-एक नेता’ का कॉन्सेप्ट वाकई अद्भुत हैI निसंदेह, कुछ फासीवादियों के द्वारा इस नायाब व्यवस्था को तानाशाही घोषित करना दिन दहाड़े लोकतंत्र की हत्या हैंI

चलो माना कि आर्थिक साम्यवाद लिटिल लिटिल ही सही पर राजनीतिक साम्यवाद तो लहू की तरह बह रहा है – पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना मेंI

अब देखो ना हैप्पीनेस इंडेक्स को लेकर भूटान फालतू ही महफ़िल लूट लेता है, अगर सही मायने में बात की जाए तो साम्यवादी चीन अन्य देशों से डेढ़- दो सौ कदम आगे हैI वहां सब राजी खुशी हैI अरे! सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की संख्या इतनी ज्यादा है कि और कुछ बचता ही नहीं छापने कोI खबर इतनी सच्ची होती है कि न्यूज़ पेपर भले ही बदल लो पर खबर नहीं बदलती है कसम सेI मजाल जो कोई संपादक छींक कर कोई खबर लिख देI कॉमरेड, इसे बोलते हैं ‘कंप्रेस करने की स्वतंत्रता’ मेरा मतलब ‘प्रेस की स्वतंत्रता’ और तो और नागरिक और राजनीतिक अधिकार ऐसे ऐसे कि पूछो मत हमारे यहां की तरह कोर्ट कचहरी के चक्कर नहीं लगाने पड़ते वहां, सुना है ऑन स्पॉट राइट्स की डिलीवरी होती है विश्वास ना हो तो ‘तियानानमेन’ गूगल कर लोI

वैसे साम्यवाद की विश्व यात्रा भी क्या गजब रही है, वह चाहे क्यूबा से निरंकुश तानाशाह बटिस्टा को हटाकर लोकतंत्र की स्थापना करने में लगे कॉमरेड फिदेल कास्त्रो और उनके मरणोपरांत उनके भ्राता राउल के छह से सात दशक हो या रूसी क्रांति के दौरान समतामूलक समाज की स्थापना के उद्देश्य हेतु चलाया गया सफाई अभियान (रेड टेरर) ही क्यों ना होI दिमाग पर कितना भी जोर देने पर याद नहीं आ रहा जब हम हिंसक हुए हो, वैसे पूछना भूल गया 2 अक्टूबर नजदीक आ रहा है, बापू की जयंती तो मना रहे हो ना कॉमरेडI

कॉमरेड, वैसे तो साम्यवाद को भारत में वीजा ऑन अराइवल मिल गया था लेकिन फॉर्म भरते टाइम धर्म वाला कॉलम मिस हो गयाI सच बोलूं तो धर्म-लेस इंडिया वाला कॉन्सेप्ट यहां कुछ जमा नहींI हालांकि साम्यवाद का थोड़ा भारतीयकरण हो जाता तो सामाजिक स्वीकृति थोड़ी ज्यादा होती शायदI पूरब और पश्चिम का वो गाना याद है कॉमरेड जिसमें

मनोज कुमार गाते हैं – “इतना आदर यहां इंसान तो क्या, पत्थर भी पूजे जाते हैं”I

पता है कॉमरेड कुछ राइट ब्रदर्स तो ये भी कहते है कि समाज सिर्फ कानून से नहीं धर्म से भी चलता है इसलिए जब देखो कुछ गलत मत करो भगवान देख रहा है बोलते रहते हैंI सब बकवास हैं कॉमरेड, वैसे भी ‘गॉड इज डेड’ वाला पंच लाइन सोवियत से हमने ऐसे थोड़े ही इंपोर्ट किया हैI

फेसबुक पर तुम्हारी चुनावी यात्रा के दौरान, नई ऑडी भी देखी, शानदार हैI वैसे तो साम्यवाद में प्राइवेट प्रॉपर्टी का तो कोई स्थान नहीं है, उस हिसाब से तो तेरा है वो मेरा है और जो मेरा है वो तो मेरा है हीI

कॉमरेड, मैं भी रेवोल्यूशन लाना चाहता हूँ बस वेन्यू और सब्जेक्ट डिसाइड नहीं कर पा रहा हूँI

कॉमरेड सच कहूँ तो तुम्हारे विचारों से प्रभावित होकर मैं सोच रहा हूँ कि चे ग्वेरा की कुछ पोस्टर और टी शर्ट्स ऑनलाइन मंगा लूँI बुलेट को भी हरे रंग से रंगा कर स्टार वगैरह लगवा लेता हूँ-रिवॉल्यूशन जो लाना हैI

कुछ लोग हैं जो चाहते हैं कि मैं क्रांति ना लाऊँ और तरह तरह के तर्क देते हैं पर कॉमरेड तुम चिंता मत करना, दुश्मन जो भी लॉजिक दे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता- क्योंकि ‘लेफ्ट इज ऑलवेज राईट’I

तुम्हारा प्रिय कॉमरेड,

rajprashar: गुस्सा मत होना भाई|
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