कांग्रेस पी एम मोदी को अपने रास्ते से क्यों हटाना चाहती है?

जब २०१३ में मोदी जी का नाम भारतीय जनता पार्टी ने पी एम पद के लिए प्रस्तावित किया था, तब से लेकर आज तक कांग्रेस की बेचैनी लगातार बढ़ती ही जा रही है. सार्वजनिक रूप से कांग्रेस के नेता यह भले ही स्वीकार न करें, लेकिन जानते वे भी हैं कि मोदी जी स्वतंत्र भारत के सबसे पहले प्रधान मंत्री हैं जो न सिर्फ सभी मोर्चों पर सफल रहे हैं, बल्कि उनके जैसा ईमानदार नेता आज की राजनीति में ढूंढने से भी नहीं मिलेगा. कांग्रेस की कुछ परेशानी तो मोदी जी की ईमानदार नेता वाली छवि है-बाकी की परेशानी सोशल मीडिया ने बढ़ा रखी है, जो कांग्रेस के किसी भी झूठ को ज्यादा समय तक चलने नहीं देता है.

पिछले ६० सालों के अपने कुशासन में कांग्रेस ने सिर्फ एक ही चीज़ में महारथ हासिल की है-वह यह कि झूठ,छल-फरेब और मक्कारी के बल पर येन-केन-प्रकारेण देश की सत्ता पर काबिज़ हो जाओ और एक बार सत्ता हाथ लग जाये तो देश को जबरदस्त तरीके से लूटो. पिछले ४ सालों से यह लूट बंद हो गयी है- कांग्रेस के नेता, कार्यकर्त्ता और समर्थक जो इस लूट में बराबर के हिस्सेदार थे, वे सब के सब अब बेहद मायूस हो चले हैं -लेकिन जैसे कोई डूबता हुआ व्यक्ति अपने आप को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करता है, उसी तरह राहुल गाँधी खुल्लम खुल्ला झूठ का पुलिंदा लिए घूम रहे हैं और मोदी को किसी भी तरीके से भ्रष्ट साबित करने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन शायद उन्हें और उनके सलाहकारों को इस बात का अंदाज़ा नहीं है कि इन लोगों की हताशा और बौखलाहट देश के लोग साफ़ साफ़ देख और समझ पाने में आज पूरी तरह सक्षम हो चुके हैं. सोशल मीडिया का हथियार देश की जनता को मिल चूका है, जिसका उपयोग करके देश की जनता कांग्रेसी  छल-फरेब से अपने आप को लगातार बचा रही है.

कांग्रेस की कोई भी तिकड़म मोदी जी के खिलाफ काम नहीं कर रही है- अवार्ड वापसी, मी टू, राफेल, दलित आंदोलन, किसान आंदोलन वगैरा-वगैरा सभी नाटक फेल हो चुके हैं. सी बी आई के अफसरों को खरीदकर उन्हें मोदी सरकार के खिलाफ भड़काने के षड्यंत्र का भी पूरी तरह से पर्दाफाश हो चुका  है. अब कांग्रेस के पास सिर्फ और सिर्फ एक ही रास्ता बचा है-“मोदी को अपने रास्ते से हटाओ”. मणि शंकर अय्यर ने पाकिस्तान जाकर वहां यही गुजारिश की थी. पाकिस्तान तो मोदी को कांग्रेस के रास्ते से नहीं हटा पाया. लेकिन कांग्रेस ने भी हार नहीं मानी और उसने अरबन नक्सलियों को मोदी के हटाने की सुपारी दे दी. अरबन नक्सलियों के पास से जो दस्तावेज बरामद हुए हैं उनमे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह का फ़ोन नंबर मिलना  अपने आप में इस बात का सुबूत है कि कांग्रेस लगातार मोदी को अपने रास्ते से हटाने के लिए प्रयासरत है. अभी एक कांग्रेस के नेता ने तो साफ़ साफ़ ही कह दिया था कि मोदी को जिन्दा जला देना चाहिए.

जैसा कि मैं पहले भी कई बार अपने कई लेखों में लिख चुका हूँ कि देश सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव के चलते बहुत आगे निकल चुका है और लोग बहुत ज्यादा जागरूक हो चुके हैं. कांग्रेस के नेता इस हकीकत को या तो समझ नहीं पा रहे हैं या फिर जान बूझकर अनजान बने रहना चाहते हैं. कांग्रेस को अब यह समझना होगा कि जिन हथकंडों के बल पर उसने लगभग ६० सालों तक देश को लूटा है, वह हथकंडे अब नहीं चलने वाले हैं.

RAJEEV GUPTA: Chartered Accountant,Blogger,Writer and Political Analyst. Author of the Book- इस दशक के नेता : नरेंद्र मोदी.
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