मोदी जी, ऑपोसिशन के प्रोपगेंडे की मंडी और हम

मोदी जी के खिलाफ प्रोपगेंडे की मंडी जिसे 2014 के पहले लगाई गई थी आज इतनी बड़ी और भयावह अंतराष्ट्रीय बाजार बन गयी है जिसमे आज मोदी-विरोधियों के घरेलू-उत्पाद को सिर्फ उसके चट्टे-बट्टे ही नही बल्कि पाकिस्तान जैसे देशों के द्वारा भी जी भर के लाइक और इस्तेमाल किए जा रहे है.

ये प्रोपगेंडे बिल्कुल एक ब्रांडेड प्रोडक्ट की तरह लांच किए जाते है, जिसमे टाइमिंग और टारगेटड ऑडियंस पहले से डिसाइड है! प्रोमोशन के लिए मीडिया मैनेजमेंट की टुकड़ी, टुकड़ों के खातिर तैयार रहती है! चिन्हित बुद्धिजीवियों की एक जमात जो प्रोडक्ट को 5 स्टार देने के लिए हमेशा तैयार खड़ी मिलती है.

आप किसी भी प्रोपगेंडे को उठा के देख लीजिए, आपको वो एक थोड़ा एनालिस्ट टाइप दिमाग घुमाना पड़ेगा, साफ साफ दिखेगा की कैसे मार्केट में आये अच्छे घोड़े को बुरा बताने के लिए कहा गया कि उसकी पूंछ उठा के सूँघो और बताओ बदबूदार है या नही, और अपने गधे को घोड़ा बता कर बेचने के लिए कहा गया कि कितना गोरा है, कितना क्यूट है, और हंसता है तो डिंपल भी बनते है. और बेचारा सेकुलर भी है.

2014 के पहले हमारे जन-नायक को कट्टर हिन्दू, मास-मर्डरर और न जाने क्या बनाया गया. अभी देख लीजिए, राहुल गांधी खुद एक हिन्दू प्रोडक्ट बन के बिकने के लिए आतुर है. टाइमिंग का फर्क देखिए में कट्टर हिन्दू वाले प्रोडक्ट का बाहिष्कार करने वाले आज जनेऊ से 2019 के सेल में अपने प्रोडक्ट को लपेट के बेच रहे है.

असहिष्णुता को ही ले लीजिए, हर छोटी बड़ी घटनाएं जो वोट बैंक के साथ हुई, अपने दमदार प्रोमोशन, मीडिया कवर और मार्केटिंग इवेंट के दम पर जितनी जल्दी सुर्खियां बटोरी, काबिले तारीफ है.

राफेल को ही ले लीजिए, कांग्रेस कतई मानने को राजी नही की बिना दलाली या भ्रष्टाचार के कोई (रक्षा) सौदा किया जा सकता है.

प्रोपगेंडे से अकेला मोदी नही लड़ सकता. इसे जरूरत है सबके द्वारा समझने की क्यों इसमें सिर्फ और सिर्फ मीडिया ट्रायल होता है, पूरी कोशिश होती है कि जनता जांच से पहले किसी खास को अपराधी घोषित कर दे, उसकी क्रेडिबलिटी खत्म हो जाये, उसके सारे किये कराए पे पानी फिर जाए!

निम्नलिखित कुछ ऐसे प्रोपगेंडे के प्रोजेक्ट्स है जिसके प्रोडक्ट्स की लॉन्चिंग पैड चौकस है,
– भाजपा शाषित प्रदेश की पुलिस व्यवस्था, प्रशासन, आदि को बदनाम कैसे भी करो,
– देश हित में हुए रक्षा सौदे, नीतियां, यात्राएं, परियोजनाएं, नए कार्यक्रम की निंदा
– हिन्दू घर्म, उनकी कार्य-विधि, संस्कृति को कैसे भी बदनाम करो और हिन्दू-आतंकवाद को कैसे भी साबित करो
– पॉजिटिव आंकड़े पे चुप्पी, निजी कंपनियों से साठ-गांठ के आरोप,
– न्यायपालिका और लोकतांत्रिक व्यवस्था और सैन्य-शक्ति पे अविश्वास
– घरेलू घटनाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पे ले जाके अपने देश की छवि खराब करवाने की कोशिश

टाइमिंग 2019 का है, प्रोपगेंडे की मंडी में बहुत प्रोडक्ट्स है, टारगेट सिर्फ मोदी जी नही बल्कि हम सब है. कल तक जिन्हें हम एमिनेन्ट पत्रकार या समाज के कला प्रेमी या बुद्धिजीवी समझते थे आज बहुतों के छुपे चेहरे सामने आए है. देश जल्दबाजी, झूठ और कमजोर नेतृत्व की कीमत आजतक भुगत रहा है.

एक बेहतर भारत के नव-निर्माण हेतु प्रोपगेंडे के बाजार और उसके प्रोडक्ट्स का बाहिष्कार करे. फैक्ट्स और फिगर ही आपके मापदंड होने चाहिए.

kishor: Bharat Vaasi Hindu Hriday IT Professional
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