22वे GST कॉउन्सिल मीटिंग में श्री अरुण जेटली ने दिवाली के तौफे के तौर पर कुछ अच्छी खबर सुनाई। कुछ महीने पहले जब GST लागू हुआ तो अधिकतर नागरिकों को यह समझ नहीं आया। सभी को इसके समझने में परेशानी आयी। समय के साथ-साथ यह लोगो को समझ में आने लगी है।
फ़िलहाल इस मीटिंग में लिए गए फैसलों में से एक बड़ा फैसला ये भी है की अब हो सकता है की आपके खाने का बिल थोड़ा काम आये। जेटली जी ने रेस्टुरेंट में खाने पर GST 18% की दर को 12% में बदले की बात कही। उन्होंने अभी भी बिना AC वाले रेस्टोरेंट्स में खाने पर जो टेक्स लगेगा उसपर संशोधन पर विचार करने की बात की।
कुछ अच्छी ख़बरें
- अब जिन व्यापारियों का टर्न ओवर 1.5 करोड़ है, वे हर तीन महीने बाद GST रिटर्न फाइल कर सकते हैं।
- आयुर्वेदि दवाइयों पर अब 5% GST देना पड़ेगा। पहले यह 18% था।
- अब PAN CARD की जरुरत नहीं 50,000 रु से अधिक की ज्वेलरी खरीद पर।
- इ-वे बिलिंग जल्द ही शुरू हो सकती है।
- हस्थशिप्ल वस्तुंओं पर 12% से घटा कर 5% कर दिया गया।
- कम्पोजीशन सीमा 75 लाख से बढ़ा के 1 करोड़ कर दी गयी है।
मोदी जी ने ट्वीट करते हुए GST की परिभाषा ही बदल दी। उन्होंने GST को अच्छा और आसान टेक्स बताया। अच्छा है या बुरा यह तो भारत की जनता को अभी तक पता चल ही गया है और रही बात आसान की तो शायद भारत में GST से जटिल पहेली जनता के लिए कोई नहीं हैं। पिछले साल भीम ऐप जो जो को एक वॉलेट app है वो मोदी जी ने सुझाया ही था की जेटली जी ने एक और इ-वॉलेट आप की बात की है